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बाप

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मां पर लिखी बहुत कविता आज बाप पर मैं सुनाता हूँ ।। मां के आंसू सबको दिखते आज पिता के आंखों को दिखाता हूँ ।। पैदा होता जब भी बच्चा मां को दर्द सहना पड़ता है ।। पर उसके बाद बच्चे का कर्ज बाप को भरना ...

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