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शायरी

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शायरी शर्त लगाना तो आसान है खुदगर्ज है लोग दुनिया के जनाब !शर्त पुरी जब होती है मुखड जाते है वादा करके प्रिया डाखोडे यवतमाळ ...

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लेखक के बारे में
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Priya प्रिया

शून्यातून लिखाणाचा प्रवास करणारी मी कधी आकाशाला गवसणी घातली ते कळलच नाही . भरभरून बक्षीस, सत्कार मानसन्मान मिळवून दिलाय प्रतिलीपीन . असाच प्रतिसाद पुढेही देत रहा वाचक मित्र मैत्रीणींने🙏🙏❤️👍👍

समीक्षा
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    16 मई 2025
    बिलकुल सही बात है👌👌👌👍
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    16 मई 2025
    बिलकुल सही बात है👌👌👌👍