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शायरी

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विषय  : एतबार कई बार हम एक साथ दे लेकिन दिले की बाते कह न सके यारो कई दिन, साल बिते उनकी यादे दिल से कभी भी हटा न सके ऐतबार किये बिना पिछे मूढ न सके प्रिया डाखोडे यवतमाळ ...

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Priya प्रिया

शून्यातून लिखाणाचा प्रवास करणारी मी कधी आकाशाला गवसणी घातली ते कळलच नाही . भरभरून बक्षीस, सत्कार मानसन्मान मिळवून दिलाय प्रतिलीपीन . असाच प्रतिसाद पुढेही देत रहा वाचक मित्र मैत्रीणींने🙏🙏❤️👍👍

समीक्षा
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    19 अप्रैल 2025
    यादे कभी भुला नही पाते बहुत ही बढीया👌👌
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    19 अप्रैल 2025
    यादे कभी भुला नही पाते बहुत ही बढीया👌👌