pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

शरद ऋतु

5
0

गर्मी गई अब शरद ऋतु आई। पंखा बंद अब निकली रजाई। मम्मी बाजार से मूंगफली लाई। धूप में बैठ सब मजे से खाई। रात में कोई न निकले भाई। गर्मी गई अब शरद ऋतु आई। कोलड्रिंक छुप गई डर कर भाई। चाय काॅफी की अब ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Babita Mishra

मन की बात को किसी के सामने कहने से बेहतर उसे कविता का रूप देकर दूसरे के सामने प्रस्तुत करना भी एक कला है।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    asha porwal gupta
    23 नवम्बर 2023
    👌👌
  • author
    मधु कश्यप "हनी"
    27 अक्टूबर 2023
    💕💕👍
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    asha porwal gupta
    23 नवम्बर 2023
    👌👌
  • author
    मधु कश्यप "हनी"
    27 अक्टूबर 2023
    💕💕👍