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संकल्प , अध्याय 4

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4.6

निरीक्षण वाले दिन बाल किशन दूल्हे की तरह सजा धजा सरकारी स्कूल के प्रिन्सिपल के कमरे के बाहर पड़ी बेंच पर बैठा पसीना पसीना हो रहा था। टाई फांसी का फंदा सी लग रही थी । डिसूजा और गोपीनाथ स्कूल का चक्कर ...