"पतंग" "वो बेख़ौफ लाल पतंग, जो आसमान की बुलंदी की तरफ, उड़ान भर रहा था, वो बेशुमार हौसलों का मालिक, अपनी काबिलियत के दम पर, गगन से बातें कर रहा था, वो मासूम, बेजान सा पतंग, वो ईर्ष्या से अनजान ...
🙏मैं मूल रूप से ख़ुद को साहित्यकार मानता हूँ | पेशे से एक शिक्षक हूँ | मुझे कहानी, कविता, ग़ज़ल, मुक्तक, डायरी, संस्मरण, उपन्यास इत्यादि लिखने का शौक है |🙏
सारांश
🙏मैं मूल रूप से ख़ुद को साहित्यकार मानता हूँ | पेशे से एक शिक्षक हूँ | मुझे कहानी, कविता, ग़ज़ल, मुक्तक, डायरी, संस्मरण, उपन्यास इत्यादि लिखने का शौक है |🙏
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