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नज़रिया

4.8
615

पापा हम बस का इंतजार क्यों कर रहे हैं? चलिए न ऑटो से ही चलते हैं । अपने पिता से ठुनकते हुए राजू ने कहा कि अगर मम्मी के साथ होता तो वह ऑटो से ही चलती । थोड़ी देर में बस आयी तो मनोज अपने पुत्र राजू के ...

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लेखक के बारे में
author
Gyanesh Kumar

मैं आपलोगों की तरह अच्छा तो नहीं लिखा करता, मगर अगर आपलोगों का उत्साहवर्धन होगा तो विश्वास है कि शायद अच्छा लिखने लगूँगा

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    monica lal
    18 ऑगस्ट 2021
    बस के सफर से जिंदगी की सीख का शानदार सबक..
  • author
    Grishma Wadhia
    21 नोव्हेंबर 2021
    Very very nice story
  • author
    VEENU AHUJA
    01 ऑगस्ट 2021
    प्रेरक कहानी
  • author
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  • author
    monica lal
    18 ऑगस्ट 2021
    बस के सफर से जिंदगी की सीख का शानदार सबक..
  • author
    Grishma Wadhia
    21 नोव्हेंबर 2021
    Very very nice story
  • author
    VEENU AHUJA
    01 ऑगस्ट 2021
    प्रेरक कहानी