pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मुक्ति

4.7
1455

"कितनी बार कहा है नीरा तुम्हें ..कि अपने इस अधूरेपन का यूँ घर भर में प्रदर्शन मत किया करो। इतने सालों में इतना भी नहीं समझी !"एक हिकारत भरी नज़र डालते हुए सुकेश ने कहा। "इतने सालों में तुम भी तो नहीं ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    sudha tiwari
    19 ഡിസംബര്‍ 2021
    bahut hi sundar
  • author
    Arun Saini
    03 ആഗസ്റ്റ്‌ 2021
    अच्छा है
  • author
    Avinash Athalye
    26 ജനുവരി 2021
    बहुत सुंदर 🙏💐
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    sudha tiwari
    19 ഡിസംബര്‍ 2021
    bahut hi sundar
  • author
    Arun Saini
    03 ആഗസ്റ്റ്‌ 2021
    अच्छा है
  • author
    Avinash Athalye
    26 ജനുവരി 2021
    बहुत सुंदर 🙏💐