pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मित्र का उदास चेहरा सूर्ख होता हुआ

3.8
1303

दोनों में जब भी बहस होती थोड़ी देर बाद उसका स्टाँक खत्म हो जाता और वह उत्तेजित होकर सहसा ही चुप हो जाता। मेरी संवेदनशीलता बढ़ जाती और बगैर उससे सहमत हुए भी उसे खुश करने में लग जाता।आज उन दिनों का ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
बसंत राघव
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sanjai Srivastava
    18 जून 2021
    संवेदनशील कहानी
  • author
    24 फ़रवरी 2021
    😄😄
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sanjai Srivastava
    18 जून 2021
    संवेदनशील कहानी
  • author
    24 फ़रवरी 2021
    😄😄