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मरी आत्मा के लोग

4.5
1431

नीलू की चीख की आवाज सुन तारा भागती हुयी नीलू के कमरे में पहुंची , नीलू पसीने से तरबतर ,घबराई सी बैठी थी, " क्या हुआ बेटा...तारा घबराई सी बोली", मां..मां.. इससे ज्यादा शब्द निकल नही पाये नीलू के ...

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लेखक के बारे में
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डा.कुसुम जोशी

सबसे मुश्किल होता है अपने बारे में लिखना...

समीक्षा
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  • author
    07 अप्रैल 2017
    इस लघुकथा में घटना का जिक्र तो है, लेकिन पढने के बाद कोई प्रभाव पैदा करने में सफल नहीं रही है। लघुकथाओं के बारे में जानने के लिय obo live के साइट पर लोग इन करें।
  • author
    Rakesh Nokhwal
    07 जून 2019
    "मार्मिक सत्य घटना" जिस से अपना झूठा समाज दूर भागता है....
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    07 अप्रैल 2017
    इस लघुकथा में घटना का जिक्र तो है, लेकिन पढने के बाद कोई प्रभाव पैदा करने में सफल नहीं रही है। लघुकथाओं के बारे में जानने के लिय obo live के साइट पर लोग इन करें।
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    Rakesh Nokhwal
    07 जून 2019
    "मार्मिक सत्य घटना" जिस से अपना झूठा समाज दूर भागता है....