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मानें या ना मानें पर ऐसा भी होता है...........

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एक नई कहानी। वादा करता हूँ कि आपके सारे प्रश्नों का उत्तर मिल जाएगा और ईश्वरत्व के आप बहुत करीब महसूस करेंगे। कहीं कुछ तो ऐसा होगा, जो आपके जीवन में एक ज्योति के रूप में अग्रसर होगा...खैर खुद ...

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लेखक के बारे में

प्रभाकर पाण्डेय जन्मतिथि :०१-०१-१९७६ जन्म-स्थान :गोपालपुर, पथरदेवा, देवरिया (उत्तरप्रदेश) शिक्षा :एम.ए (हिन्दी), एम. ए. (भाषाविज्ञान)  पिछले 18-19 सालों से हिन्दी की सेवा में तत्पर। पूर्व शोध सहायक (Research Associate), भाषाविद् के रूप में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) मुम्बई के संगणक एवं अभियांत्रिकी विभाग में भाषा और कंप्यूटर के क्षेत्र में कार्य। कई शोध-प्रपत्र राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में प्रस्तुत। वर्तमान में सी-डैक मुख्यालय, पुणे में कार्यरत। विभिन्न हिंदी, भोजपुरी पत्र-पत्रिकाओं में नियमित लेखन।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    18 दिसम्बर 2018
    यह लेख बिल्कुल सच्चा और अति सुंदर है नादान लोग विश्वास नहीं करेंगे । लेकिन प्रभु बड़े दयालु है विश्वास तो करो हर पल हमारे साथ है।
  • author
    rajni chandra
    26 फ़रवरी 2018
    जीवन में कुछ ऐसा घटित होता कि न चाहते हुए भी विश्वास करना पड़ता है
  • author
    Yash Bhadula
    09 दिसम्बर 2018
    ye story mene pahle bhi kahi padhi h sayad ye hi padhi ho or ye reality Hai aisa hota Hai agar aap bhagwan par bharosa karte Hai or dusre praniyo ka bhala karte ho
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    18 दिसम्बर 2018
    यह लेख बिल्कुल सच्चा और अति सुंदर है नादान लोग विश्वास नहीं करेंगे । लेकिन प्रभु बड़े दयालु है विश्वास तो करो हर पल हमारे साथ है।
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    rajni chandra
    26 फ़रवरी 2018
    जीवन में कुछ ऐसा घटित होता कि न चाहते हुए भी विश्वास करना पड़ता है
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    Yash Bhadula
    09 दिसम्बर 2018
    ye story mene pahle bhi kahi padhi h sayad ye hi padhi ho or ye reality Hai aisa hota Hai agar aap bhagwan par bharosa karte Hai or dusre praniyo ka bhala karte ho