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लिखूं तेरे लिए मैं शायरी..

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लिखूं तेरे लिए मैं शायरी पर तुम उसे पढ़ पाओगे क्या दोस्त है अभी हम पर दोस्ती को प्यार का नाम दे पाओगे क्या हर छोटी बातों पर गुस्सा करना आपकी आदत बन गई हैं तो बताओ मुझसे बेइंतेहा प्यार कर पाओगे ...

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काश तुम मुझे समझ...
काश तुम मुझे समझ...
🌹Manshi 🌹
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लेखक के बारे में
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🌹Manshi 🌹

मैं जज़्बातों से नही शब्दों से खेलती हूं ... जिससे एक नई रचना का संकलन/निर्माण होता है___😊 मानो तो सब अपना और न मानो तो सब पराया ये दुनियां ही ऐसी है या कहूं वक्त वक्त की बात है जो सब बदल जाते हैं मुश्किल घड़ी में ही साथ छोड़ देते है जब सबसे ज्यादा जरूरत उस वक्त उनकी होती है..... " Simple living nd high thinking " ☺️

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    A.S(sona)
    26 मार्च 2020
    jarur padhenge aap pyar se samjho
  • author
    22 मार्च 2020
    bahut khoob jnab
  • author
    Navneet Gill
    21 मार्च 2020
    Superb, Sir ji.
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    A.S(sona)
    26 मार्च 2020
    jarur padhenge aap pyar se samjho
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    22 मार्च 2020
    bahut khoob jnab
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    Navneet Gill
    21 मार्च 2020
    Superb, Sir ji.