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इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद पैगम्बर साहब के घर पर चला बुलडोजर, इस्लाम के ठेकेदारों ने साधी चुप्पी

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यह बात बड़ी हैरत में डालती है कि जो लोग मस्जिद तो दूर एक कब्र के टूट जाने पर हमारे यहां चीख-पुकार मचा देते हैं, किसी मस्जिद या दरगाह पर कोई गुलाल डाल दे तो उनका इस्लाम "खतरे में" पड़ जाता है। वही लोग ...

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    ASHFAQ AHMED INAMDAR
    24 अक्टूबर 2019
    भाई यह बहुत पहले से चला आ रहा है यह सही मायनों में मोहम्मद साहब को कहां मानते हैं अनपढ़ गरीब यतीम कहते हैं यह मोहम्मद साहब को सब नबियों की तरह इनको भी सिर्फ एक नबी मानते हैं जबकि अल्लाह कह रहा है कि यह नबियों के सरदार हैं अपमानजनक किस्से कहानियां गढ़ कर उसको इस्लाम का नाम दे दिया नमाज रोजा हज जकात जैसे इस्लाम की विधि विधान मोहम्मद साहब से पहले भी थे मोहम्मद साहब ने क्या संदेश दिया ?यह हमारे उलमा को पता नहीं-पता भी है तो उसका मतलब दूसरा निकाल लेते हैं . मोहम्मद साहब के नवासे के स्मरणार्थ में ताजिया बैठाने पर इसको हैं शिर्क कहते हैं. मोहम्मद साहब पर ना जाने कैसे-कैसे आरोप लगाए .मदीना में गुंबदे खिजरा में प्रवेश को निषेध कर दिया है जो मोहम्मद साहब की बारगाह है. आज भारत के मुसलमान को सऊदी का इस्लाम नहीं बल्कि मोहम्मद के इस्लाम को समझने की जरूरत है तब कहीं जाकर हकीकत का पता चलेगा वरना ऐसा ही चलता रहेगा.
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    ASHFAQ AHMED INAMDAR
    24 अक्टूबर 2019
    भाई यह बहुत पहले से चला आ रहा है यह सही मायनों में मोहम्मद साहब को कहां मानते हैं अनपढ़ गरीब यतीम कहते हैं यह मोहम्मद साहब को सब नबियों की तरह इनको भी सिर्फ एक नबी मानते हैं जबकि अल्लाह कह रहा है कि यह नबियों के सरदार हैं अपमानजनक किस्से कहानियां गढ़ कर उसको इस्लाम का नाम दे दिया नमाज रोजा हज जकात जैसे इस्लाम की विधि विधान मोहम्मद साहब से पहले भी थे मोहम्मद साहब ने क्या संदेश दिया ?यह हमारे उलमा को पता नहीं-पता भी है तो उसका मतलब दूसरा निकाल लेते हैं . मोहम्मद साहब के नवासे के स्मरणार्थ में ताजिया बैठाने पर इसको हैं शिर्क कहते हैं. मोहम्मद साहब पर ना जाने कैसे-कैसे आरोप लगाए .मदीना में गुंबदे खिजरा में प्रवेश को निषेध कर दिया है जो मोहम्मद साहब की बारगाह है. आज भारत के मुसलमान को सऊदी का इस्लाम नहीं बल्कि मोहम्मद के इस्लाम को समझने की जरूरत है तब कहीं जाकर हकीकत का पता चलेगा वरना ऐसा ही चलता रहेगा.