pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

बसंत वाला प्यार

0

तुम्हारे प्यार में बेईमान हो गया हूं मैं   कह दो ना तेरा ईमान हो गया हूं मैं रुकसत ना करना अपनी बाहों से कभी इन बाहों का किराए दार हो गया हूं मैं हो सके तो छिपा लेना अपने आंचल में कही पता तो है ना ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
prashant patel

Love only love and nothing

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है