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बदलने के दौर में तुम न बदलना‬

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( अवश्य पढ़े, मेरी एक सच्ची कहानी ......) वर्ष २०१४ ‪#‎ग्वालियर ‬ के लिए निकल चुका था | लखनऊ स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं० २ पर मैं अपनी ट्रेन का इंतज़ार कर रहा था | अचानक घोषणा हुयी की ट्रेन १११२३ ...

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लेखक के बारे में

न मैं कवि हूँ और न कोई शब्दों का खिलाडी. मुझे अपनी भावनाओ को व्यक्त करने के लिए चंद शब्दों की जरुरत पड़ती हैं और मेरे शब्दकोष का अल्पज्ञान कभी मुझे कोसता भी हैं मगर मैं जैसे तैसे शब्दों को पिरो कर अपनी तरफ से अपने उदगार व्यक्त करता हूँ। कभी वो कविता की शक्ल अख्तियार कर लेती हैं तो कभी वो शब्दों का ताना बाना. कभी कुछ लोग पढ़ लेते हैं और कभी कुछ लोग देख कर बकवास करार दे देते हैं......!! मगर मैं भी जिद्दी हूँ भावनाओ के उफान में बहकर फिर कुछ न कुछ लिख ही लेता हूँ बिना इस बात की परवाह किये की ये सिर्फ मेरे तक ही सीमित रह जाएँगी या कुछ लोगो को पसंद आएँगी., वास्तव में, मेरा सफ़र हैं इस खूबसूरत ज़िन्दगी का -जो भगवान ने हमें दी हैं....!!!

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ajay
    14 فروری 2017
    बिलकुल मेरी कहानी से मिलती जुलती है । बस फर्क सिर्फ इतना है की मैं जब भी किसी प्रेमी जोड़े को देखता हु तो बस यही लगता है की कही ये भी न रोये मेरी तरह । ajay from Bareilly . 9548798394
  • author
    Shruti Das
    06 نومبر 2016
    The best..
  • author
    प्रतीक कुमार
    06 نومبر 2016
    Bahut hi achhi kahani h aapki...but kuchh sentences dil ko chhu gaye...jaise जिस दस्तूर से हम गुजरे है ..उसके हर पहलू की नाप हम बखूबी समझते है...orr कितने दिन का कॉन्ट्रैक्ट है...orr अब प्यार नहीं...जरुरत बाकी है ! प्यार तो हो चुका...this was ultimate...thank u so much ittna achha likhne k liye...
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    Ajay
    14 فروری 2017
    बिलकुल मेरी कहानी से मिलती जुलती है । बस फर्क सिर्फ इतना है की मैं जब भी किसी प्रेमी जोड़े को देखता हु तो बस यही लगता है की कही ये भी न रोये मेरी तरह । ajay from Bareilly . 9548798394
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    Shruti Das
    06 نومبر 2016
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    प्रतीक कुमार
    06 نومبر 2016
    Bahut hi achhi kahani h aapki...but kuchh sentences dil ko chhu gaye...jaise जिस दस्तूर से हम गुजरे है ..उसके हर पहलू की नाप हम बखूबी समझते है...orr कितने दिन का कॉन्ट्रैक्ट है...orr अब प्यार नहीं...जरुरत बाकी है ! प्यार तो हो चुका...this was ultimate...thank u so much ittna achha likhne k liye...