pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

अधूरा

5
127

प्यार का अधूरापन

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

शब्दों की खामोशी मानवीय खामोशियों से ज्यादा खतरनाक होती हैं और मैं शब्द नहीं हूं ।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    08 ఆగస్టు 2018
    लबों पे फिर लबों का नाम है यही तो इश्क़ में मयकशी का अंजाम है... मजा आगया गुरु ❤️
  • author
    आज़ाद
    08 ఆగస్టు 2018
    वाह कवि जी
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    08 ఆగస్టు 2018
    लबों पे फिर लबों का नाम है यही तो इश्क़ में मयकशी का अंजाम है... मजा आगया गुरु ❤️
  • author
    आज़ाद
    08 ఆగస్టు 2018
    वाह कवि जी