pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

दुल्हन:तीन क्षणिकाएं#ओवुमनिया(द्वितीय पुरस्कार प्राप्त रचनाएं- (1)संस्कार(2)अधिकार(3)गुलाम

4.8
3892

~1~ 👥संस्कार👥 ~~~~~~~~ 'दुल्हन' गोरी थी पर गरीब थी दहेज की कमी थी प्रताड़ित की गई. यह कह कर संस्कारी नहीं है..! ~2~ 👥अधिकार👥 ~~~~~~~~~ दूल्हा काला है बेरोजगार है पर पति है 'दुल्हन' पर उसका ...

अभी पढ़ें
शीर्षक-तीन क्षणिकाएं..#ओवुमनिया
पुस्तक का अगला भाग यहाँ पढ़ें शीर्षक-तीन क्षणिकाएं..#ओवुमनिया
Vijaykant Verma
4.7

~1~ मत मार मुझे तेरी पत्नी हूं तेरे जूठन पर भी रह लूंगी ज़िंदा..! ~2~ बेटी है कोख़ में ज़िंदा रख उसे बेटा जब काम पर होगा बेटी ख़्याल रखेगी उसका और तेरा भी..! ~3~ बहुत पाप किये अब धो ले इन्हें एक बेटी को ...

लेखक के बारे में
author
Vijaykant Verma

प्रथम पुरस्कार ₹50,000 प्रतिलिपि सुपर अवार्ड–2021, उपन्यास–आतंक का अंत–beyond imagination, an international story... ✍️इसके अतिरिक्त 55 से भी अधिक रचनाएं पुरस्कृत..। ✍️ बियोंड इमेजिनेशन(आतंक का अंत) पुस्तक प्रतिलिपि द्वारा प्रकाशित..। प्रकाशित रचनाओं के संबंध में- =================== मेरी लगभग सभी रचनाओं की कॉपीराइट प्रतिलिपि के पास है। इसलिए बिना प्रतिलिपि/लेखक को सूचना दिए किसी भी रचना को किसी भी रूप में उपयोग करने की कोशिश न करें..! दिल की बात– ========= ✍️सभी खुश रहें..प्रसन्न रहें.. एक दूसरे का सम्मान करें.. जीवों पर भी दया करें... और अपनी लेखनी से समाज का उद्धार करें.. और सबसे बड़ी बात ============= अपने को कभी छोटा ना समझे। क्योंकि लिखने वाला भी बड़ा होता है और पढ़ने वाला भी बड़ा होता है और लेखक व पाठक का ये रिश्ता बहुत ही मजबूत होता है..! और दूसरी महत्वपूर्ण बात ================ सपने जरूर देखिए..! क्योंकि हर कामयाब इंसान पहले सपने देखता है.. और फिर उसे पूरा करने की कोशिश करता है..! अगर आप सपने ही नहीं देखेंगे, तो उसे पूरा कैसे करेंगे..? कामयाबी कैसे हासिल करेंगे..?? इसलिए सपने जरूर देखिए.. आगे बढ़िये.. और कामयाबी हासिल करिए..! हमारी दुआएं हमेशा आपके साथ हैं! 😃😃

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rohit Kumar
    28 मार्च 2019
    सच कहा आपने। बहुत गहराई से कम शब्दों में सच कह दिया आपने। उत्त्तम से भी उत्त्तम
  • author
    SHAILENDRA DUBEY
    13 अप्रैल 2019
    उत्कृष्ट, सारगर्भित, समाज के सोच ,जो आज भी कायम है...को रेखांकित करती रचना!!!।बहुत ही बेहतरीन रचना!!!💐💐💐💐💐👌👌👌👌👌
  • author
    17 मार्च 2019
    नि:संदेह आप पुरस्कार के पात्र थे।मार्मिक एवम् सटीक रचना।✍️🙏 बहुत बहुत बधाई हो आपको🎊☺️🙏🙏
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rohit Kumar
    28 मार्च 2019
    सच कहा आपने। बहुत गहराई से कम शब्दों में सच कह दिया आपने। उत्त्तम से भी उत्त्तम
  • author
    SHAILENDRA DUBEY
    13 अप्रैल 2019
    उत्कृष्ट, सारगर्भित, समाज के सोच ,जो आज भी कायम है...को रेखांकित करती रचना!!!।बहुत ही बेहतरीन रचना!!!💐💐💐💐💐👌👌👌👌👌
  • author
    17 मार्च 2019
    नि:संदेह आप पुरस्कार के पात्र थे।मार्मिक एवम् सटीक रचना।✍️🙏 बहुत बहुत बधाई हो आपको🎊☺️🙏🙏